सबसे बड़ा दान क्या है, सर्वश्रेष्ठ दान क्या है (Sabse Bada Daan Kya Hai)

सबसे बड़ा दान क्या है – हर धर्म में दान का महत्व बताया गया है। सनातन धर्म में दान देने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। लेकिन दान करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। दान का मतलब यह नहीं है कि जो चीज आपके काम की नहीं है यानी जो चीज आपके उपयोग के लायक नहीं है, आप उसे दान कर दे। ऐसा दान मान्य नहीं होता है। दान किसी भी तरह से किया जा सकता है, पर दान हमेशा निस्वार्थ भाव के ही करना चाहिए। तो आइये जानते है –

सबसे बड़ा दान क्या है / सर्वश्रेष्ठ दान क्या है (Sabse Bada Daan Kya Hai)

गुप्त दान सबसे बड़ा या सर्वश्रेष्ठ दान है। गुप्त दान (जिसका उल्लेख नहीं करना चाहिए) सर्वोत्तम दान माना जाता है। बिना किसी स्वार्थ के गुप्त रूप से किया गया दान बहुत पुण्यकारी माना जाता है। इससे व्यक्ति के पाप कर्म नष्ट हो जाते हैं और पुण्य कर्मों में वृद्धि होती है।

दान हमेशा श्रद्धा और विनम्रता से करना चाहिए। साथ ही दान को यथासंभव गुप्त रखें। गुप्त दान सर्वोत्तम दान माना जाता है। दान के बाद व्यक्ति को किसी भी तरह की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए।

इसके अलावा शास्त्रों में विद्या दान, भूमि दान, अन्न दान, कन्या दान और गाय दान को सर्वोत्तम दान की श्रेणी में रखा गया है। विद्या दान एक ऐसा दान है जो कभी नष्ट नहीं होता, यह लगातार बढ़ता ही जाता है।

किन चीजों का करें गुप्त दान

गुप्त रूप से फलों का दान करना भी अच्छा माना जाता है। इसे सार्वजनिक किए बिना आप गरीबों और जरूरतमंदों को मौसमी फल दान कर सकते हैं। ध्यान रखें कि हमेशा साबूत फल ही दान देना चाहिए। संतान प्राप्ति के लिए निसंतान दंपत्ति फलों का गुप्त दान कर सकते हैं। वही दही का गुप्त दान करना भी बहुत अच्छा माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार दही का गुप्त दान करने से कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत होती है। जिससे आपकी कई परेशानियां दूर हो जाती हैं।

सबसे सर्वश्रेष्ठ दान कौन कौन से है?

गोदान

सनातन धर्म में गाय का दान करना सर्वोत्तम माना गया है। कहा जाता है कि गोदान कई जन्मों और कई पीढ़ियों तक लाभकारी होता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई व्यक्ति सुख, धन और संपत्ति इच्छा रखता है तो उसे गाय का दान करना चाहिए।

अन्न दान

हिंदू धर्म में अनाज दान का भी बहुत महत्व है। अनाज के दान से मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा दोनों प्रसन्न होती हैं। मान्यता है कि यदि संकल्प लेकर अन्न का दान किया जाए तो मनोवांछित फल मिलता है।

जल दान

जल का दान करना सबसे पुण्य का काम माना गया है। जल का दान करते वक्त कोई दिखावा नहीं करना चाहिए, बल्कि गुप्त रूप से इसका दान करना चाहिए। गर्मी के मौसम में आप सड़क के किनारे राहगीरों के लिए पानी का मटका या सुराही रख सकते हैं या फिर प्याऊ भी बना सकते हैं।

भूमि दान

पहले के समय में राजाओं द्वारा योग्य एवं श्रेष्ठ लोगों को भूमि दान में दी जाती थी। भगवान विष्णु ने बटुक ब्राह्मण का अवतार लिया और तीन पग में ही तीनों लोकों को नाप लिया। अगर यह दान सही तरीके से किया जाए तो इसका बहुत महत्व होता है। वहीं आश्रम, विद्यालय, भवन, धर्मशाला, प्याऊ, गौशाला आदि के निर्माण के लिए भूमि दान की जाए तो सर्वोत्तम है।

कन्या दान

इस दान (कन्या दान) को सर्वोत्तम माना गया है। कन्यादान को महादान कहा जाता है, जिसे कन्या के माता-पिता द्वारा कन्या के विवाह संस्कार पर किया जाता है। इस दान में माता-पिता अपनी बेटी का हाथ दूल्हे के हाथ में देकर प्रतिज्ञा लेते हैं। और अपनी सारी जिम्मेदारियां दूल्हे को सौंप देंते है।

विद्या दान

इस दान से व्यक्ति को ज्ञान, विनम्रता और विवेक जैसे गुण प्राप्त होते हैं। जिससे समाज और विश्व को लाभ होता है। भारतीय संस्कृति में ज्ञान का संचरण गुरु-शिष्य परंपरा में सदियों से चला आ रहा है। यह सबसे उत्तम दान माना गया है। विद्या एक ऐसा दान है जो बांटने से और भी ज्यादा बढ़ता है।

सारांश (Summary)

आज के इस लेख में हमने आपको – सबसे बड़ा दान क्या है, सर्वश्रेष्ठ दान क्या है (Sabse Bada Daan Kya Hai) के बारे में जानकारी दी है। हम उम्मीद करते है आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको यह जानकारी सबसे बड़ा दान क्या है (Sabse Bada Daan Kya Hai) अच्छी लगी है तो इस दूसरो के साथ भी शेयर करे।

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