दान किसे देना चाहिए, दान किसको देना चाहिए

दान किसे देना चाहिए – दान-पुण्य करना कई लोगों को पसंद होता है। ऐसे लोग अपनी क्षमता के अनुसार कुछ न कुछ अवश्य दान करते हैं। शास्त्रों में दान का विशेष महत्व माना गया है। दान का अर्थ है ‘दान देने की क्रिया’। ऐसा माना जाता है कि वर्तमान समय में किया गया दान भविष्य में आने वाली परेशानियों के समय शुभ फल देता है, यानी अगर आप किसी जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करते हैं तो मुसीबत के समय आपको किसी न किसी से मदद जरूर मिलेगी। लेकिन दान करने वाले लोग अक्सर इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि किसे दान देना चाहिए और किसे नहीं? तो आइये जानते है –

दान किसे देना चाहिए / दान किसको देना चाहिए

दान हमेशा जरूरतमन्द और अच्छे कर्म वाले व्यक्ति को ही देना चाहिए। दान हमेशा उसी व्यक्ति को देना चाहिए जो वास्तव में जरूरतमंद हो और दान किए गए धन को सही जगह पर लगाए। ऐसा नहीं है कि वह व्यक्ति उस पैसे से नशा आदि कर रहा हो। साथ ही दान कभी भी स्वार्थवश नहीं करना चाहिए। ऐसे दान व्यर्थ जाते हैं।

जो व्यक्ति मंदिर या अन्य धार्मिक संस्थानों में दान देता है, उसके घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है। ऐसा व्यक्ति पारिवारिक मामलों में खुश रहता है और उसके घर में हमेशा शांति बनी रहती है। कि व्यक्ति को सुख और पुण्य की प्राप्ति के लिए दान अवश्य करना चाहिए।

व्यक्ति को नियमित रूप से दान करना चाहिए। साथ ही व्यक्ति को अपनी क्षमता के अनुसार दान करना चाहिए। दान करने से व्यक्ति को कभी भी आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही दान करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और धन का आगमन भी बना रहता है। साथ ही व्यक्ति को अपने धर्म के अनुसार खुले दिल और सच्चे दिल से दान करना चाहिए। धर्म के मामले में दान देने में कंजूसी नहीं करनी चाहिए। शरीर तभी शुद्ध होता है जब व्यक्ति दान करता है।

इन लोगो को देना चाहिए दान

शास्त्रों के अनुसार इन लोगों को दान देना बहुत शुभ माना जाता है। माता, पिता, गुरु, मित्र, विनम्र व्यक्ति, दानी व्यक्ति, निराश्रित, अनाथ और सज्जन व्यक्तियों को दान देने से सफलता मिलती है। ऐसा माना जाता है कि इन लोगों को दिया गया दान भविष्य में आपको शुभ फल देगा।

इन लोगो को नहीं देना चाहिए दान

इसके साथ ही पुराणों में यह भी बताया गया है कि धूर्त व्यक्ति, बंदी, मूर्ख, अयोग्य चिकित्सक, जुआरी, झूठा (स्वभाव से दुष्ट, धोखेबाज और आलसी व्यक्ति), चाटुकार, भांड (नाचने-गाने वाले, भांड) और एक चोर को किसी भी तरह से दान नहीं देना चाहिए, क्योंकि ऐसे लोगों को दान देना बिल्कुल व्यर्थ है। अगर इन लोगों को दान दिया जाए तो इसका कोई शुभ फल नहीं मिलता।

दान देने के नियम

शास्त्रों के अनुसार दान केवल उन्हीं को दें जो इसके योग्य हों। जरूरतमंद या गरीबों की मदद करना और उन्हें दान देना लाभकारी रहता है। कभी भी द्वेष भावना से दान न करें। दुखी मन से किए गए दान का कोई लाभ नहीं मिलता है। प्रसन्नतापूर्वक दान करने से समृद्धि बढ़ती है।

शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति को जितना धन कमाना चाहिए उसका दसवां हिस्सा दान में देना चाहिए। इससे घर में बरकत बनी रहती है। ध्यान रखें कि मेहनत से कमाया हुआ पैसा ही दान में लगाएं। गलत तरीके से कमाया गया धन दान में लगाने से फल नहीं मिलता है।

शास्त्रों के अनुसार तिल, कुश, जल और चावल का दान हाथ में देकर करना चाहिए। अन्यथा उस दान पर दानव का अधिकार हो जाता है। सोना, चांदी, गाय, भूमि, तिल, घी, नमक, वस्त्र आदि महादान की लिस्ट में आते हैं।

दूसरों से दान करने की अपेक्षा व्यक्तिगत रूप से दान करना हमेशा बेहतर माना जाता है। कभी भी स्वार्थवश दान न करें। ऐसा करने से आपको कोई पुण्य नहीं मिलेगा, साथ ही किसी के द्वारा दी हुई अमानत का कभी भी दान भी नहीं करना चाहिए। इसके अलावा गुप्त दान हमेशा अच्छा माना जाता है।

छोटे से छोटे दान का भी बहुत महत्व होता है। भले ही आपका दान एक छोटी बूंद के समान हो, लेकिन आपको यह भी समझना होगा कि हर बूंद बूंद से ही सागर भरता है।

आप जिसे भी दान दे रहे हैं, उसे आपका दान पाकर हीन भावना नहीं आनी चाहिए। यदि संभव हो तो दान हमेशा गुप्त रूप से करें, ताकि मदद पाने वाले व्यक्ति को किसी तरह की झिझक न हो।

अगर किसी के पास बहुत कम पैसा है और वह किसी की मदद के लिए दान करने की इच्छा रखता है, तो अपने थोड़े से पैसे से भी दान करना एक बड़ा दान माना गया है।

सारांश (Summary)

आज के इस लेख में हमने आपको – दान किसे देना चाहिए, दान किसको देना चाहिए के बारे में जानकारी दी है। हम उम्मीद करते है आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको यह जानकारी दान किसे देना चाहिए (Daan Kise Dena Chahiye) अच्छी लगी है तो इस दूसरो के साथ भी शेयर करे।

Leave a Comment