चेहरे पर झाइयां किस विटामिन की कमी से होती है – खूबसूरत और बेदाग चेहरा हर किसी को पसंद होता है। लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग गलत खान-पान और गलत लाइफ़स्टाइल अपना लेते हैं जिसकी वजह से त्वचा संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में त्वचा पर झुर्रियां और झाइयां दिखने लगती हैं। आमतौर पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं के चेहरे पर झाइयां ज़्यादा देखने को मिलती हैं। चेहरे पर झाइयां होने का एक कारण आपके शरीर में विटामिन की कमी भी हो सकती है। आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि किस विटामिन की कमी से झाइयां होती हैं और इससे कैसे छुटकारा पाया जा सकता है।
चेहरे पर झाइयां किस विटामिन की कमी से होती है (Chehre Par Jhaiya Kis Vitamin Ki Kami Se Hoti Hai)
हमारे शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं, जिसकी वजह से कई लोगों के चेहरे पर झाइयां होने लगती हैं। झाइयां छोटे-छोटे भूरे रंग के धब्बे होते हैं जो चेहरे के साथ-साथ शरीर के कई हिस्सों पर उगने लगते हैं और खूबसूरत त्वचा को खराब कर देते हैं।
शरीर में विटामिन की कमी होने पर झाइयां होने लगती हैं। इसलिए अपने खान-पान पर ध्यान दें और अपने खाने में जरूरी विटामिन शामिल करें। तो आइए जानते हैं किस विटामिन की कमी से झाइयां होती हैं।
(1) विटामिन सी
विटामिन सी हमारी त्वचा के लिए बहुत जरूरी होता है। यह त्वचा को स्वस्थ रखने और दाग-धब्बों से बचाने में मदद करता है। शरीर में विटामिन सी की कमी से त्वचा को काफी नुकसान हो सकता है। जिसमें सबसे पहली बात चेहरे पर झाइयां होना आम बात है।
शरीर में विटामिन सी की कमी को पूरा करने के लिए आप मौसमी फल, संतरा, नींबू, अमरूद, आंवला, कच्चा केला, आंवला, अंगूर आदि खट्टे फलों का सेवन कर सकते हैं। इन सभी फलों में विटामिन सी की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इन्हें अपने आहार में शामिल करके आप झाइयों से जुड़ी समस्या से निजात पा सकते हैं।
(2) विटामिन डी
हमारे शरीर में मेलानोसाइट्स कोशिकाएं मौजूद होती हैं जो डार्क सर्कल और झाइयों जैसी समस्याओं को रोकने में मदद करती हैं। मेलानोसाइट्स कोशिकाएं विटामिन डी का काम करती हैं। अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है तो झाइयां या पिगमेंटेशन की समस्या हो सकती है।
विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए धूप सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। लेकिन अगर चेहरे पर झाइयां हैं तो धूप में कम समय बिताने की सलाह दी जाती है। शरीर में विटामिन डी की पूर्ति के लिए आप अपने आहार में दूध, दही, पनीर, मक्खन, मशरूम शामिल कर सकते हैं। जो लोग मांसाहारी हैं वे मांस, मछली और अंडे का सेवन कर सकते हैं।
(3) विटामिन बी
विटामिन-बी9 या फोलिक एसिड हमारे शरीर में मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने और लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है। लेकिन जब शरीर में विटामिन बी9 की कमी हो जाती है तो व्यक्ति को एनीमिया, त्वचा का पीला पड़ना और झाइयों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसी स्थिति में आपको अपने आहार में विटामिन बी9 से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए जैसे हरी सब्जियां, पालक, मटर, चुकंदर, गाजर, फल, संतरे का जूस, अनार का जूस, मक्के का आटा, नट्स आदि।
(4) विटामिन बी
अगर आपके शरीर में विटामिन बी12 की कमी है तो इससे हाइपरपिग्मेंटेशन, दाग-धब्बे और झाइयां हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने आहार में उन चीजों का सेवन करें जिनमें विटामिन बी12 की अच्छी मात्रा हो।
शरीर में विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने वाले खाद्य पदार्थ इस प्रकार हैं: अंडे, ओट्स, दूध, दही, पनीर, सोयाबीन आदि।
चेहरे पर झाइयां होने से खूबसूरत चेहरा बदसूरत और बेजान लगने लगता है। झाइयों के कारण चेहरे पर दाग-धब्बे और पैच दिखने लगते हैं और ये जल्दी नहीं जाते। त्वचा पर झाइयां होने के कई कारण हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं-
चेहरे पर झाइयां होने का कारण In Hindi
(1) तेज धूप में रहना
तेज धूप में लंबे समय तक रहने से भी चेहरे पर झाइयां होने की संभावना बढ़ जाती है। जो लोग लंबे समय तक धूप में रहते हैं, उन्हें झाइयों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
सूरज की रोशनी आपके चेहरे, हाथ, गर्दन और छाती पर पड़ती है। इससे बचने के लिए अपनी त्वचा को पूरी तरह से ढक कर रखें, इसके अलावा आप सनस्क्रीन भी लगा सकते हैं।
(2) यौवन
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके कारण झाइयों की समस्या बढ़ जाती है। गर्भावस्था के दौरान मेलेनिन हार्मोन अधिक बनते हैं।शरीर में मेलेनिन का स्तर बढ़ने से भी चेहरे पर झाइयां हो सकती हैं।
(3) जेनेटिक्स
चेहरे पर झाइयों का एक कारण जेनेटिक्स भी हो सकता है। अगर आपके माता-पिता की त्वचा पर झाइयां हैं, तो आपको भी झाइयों की समस्या से गुजरना पड़ सकता है।ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी त्वचा का ज्यादा ख्याल रखने की कोशिश करें।
(4) अत्यधिक तनाव
अत्यधिक तनाव लेने से आपकी त्वचा और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अत्यधिक तनाव के कारण मेलेनिन हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है और चेहरे पर झाइयां दिखाई देने लगती हैं। इसलिए जरूरी है कि खुद को तनाव मुक्त रखें और हमेशा खुश रहने की कोशिश करें।
(5) मुंहासे
त्वचा पर मुंहासे होने से भी झाइयों की समस्या बढ़ जाती है। मुंहासे त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे त्वचा में सूजन आ जाती है। जिससे मेलेनिन का उत्पादन तेजी से बढ़ने लगता है और झाइयां होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप अपनी त्वचा को बेदाग, चमकदार, जवां और स्वस्थ बनाना चाहते हैं, तो हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।